ओवरव्यू/विवरण लक्षित दर्शक अपेक्षित अवधि अध्याय उद्देश्य पाठ्यक्रम संख्या ओवरव्यू/विवरण
एक ऐसी मीटिंग में जाना जहां अनजाने चेहरे हों, कॉन्फ़्रेंस में जाना, कार्य संबंधी इवेंट्स में भाग लेना, नई जगह नौकरी शुरू करना और सामाजिक समारोहों आदि में जाना एक कठिन कार्य हो सकता है, विशेष रूप से उस समय जब वहां उपस्थित किसी भी व्यक्ति को आप न जानते हों। शायद आपको इस बात की चिंता हो सकती है कि आपकी उपेक्षा होगी या यह सोच आपके मन में हो सकती है कि वहां आपको कौन जानता है और आपको वहां पर एक तरफ अकेले खड़ा रहना पड़ेगा। क्या आपने कभी सोचा कि ऐसा क्यों होता है कि किसी कमरे में लोग कुछ व्यक्तियों की ओर ही खिंचे चले जाते हैं? जैसा आपको महसूस हुआ था, उन व्यक्तियों को भी शायद कमरे में प्रवेश करते समय इसी अनिश्चितता का अहसास हुआ होगा, लेकिन संभावित रूप से अंतर यह होगा कि वे लोग आपकी तुलना में कहीं अधिक सुलभ दिखाई देते होंगे। सुलभ होने का अर्थ है, संपर्क करने की अपनी इच्छा को दिखाना। साथ ही दूसरों से संपर्क करने की पहल करके, उनके लिए उपलब्ध रहकर तथा घनिष्ठता बढ़ाकर उन्हें संपर्क के लिए प्रोत्साहित करना। यह पाठ्यक्रम, अधिक सुलभ बनने के लिए किस प्रकार से कौशल का विकास करें, इस बात की जानकारी देने के लिए तैयार किया गया है। आप सुलभ होने के लाभों की जानकारी प्राप्त करेंगे और साथ ही, दूसरों से संपर्क करने और उन्हें संपर्क के लिए प्रोत्साहित करने की अपनी योग्यता में वृद्धि करने हेतु प्रयोग में लाई जा सकने वाली कुछ अन्य टेक्नीक्स को भी सीखेंगे। केवल इतना ही नहीं, बल्कि जब आप सुनने, सामंजस्य स्थापित करने और साझेदारी करने जैसे कौशलों का प्रयोग करके संवाद कर रहे हों और घनिष्ठता बना रहे हों, उस समय लोगों को सहज स्थिति में रखना भी सीखेंगे, ताकि लोग समझ सकें कि आप कितने सुलभ हैं।
लक्षित दर्शक
वे लोग जो अपने इंटरपर्सनल संवाद कौशल को विकसित या ताज़ा करना चाहते हैं