व्यावसायिक मार्गदर्शन: मार्गदर्शन के लिए तैयार होना


ओवरव्यू/विवरण
लक्षित दर्शक
अपेक्षित अवधि
अध्याय उद्देश्य
पाठ्यक्रम संख्या


ओवरव्यू/विवरण
मार्गदर्शन के माध्यम से संगठनों को अपने कर्मचारियों के विकास के लिए एक नायाब फायदेमंद तरीका मिलता है। इससे न केवल व्यक्तियों को अपनी सम्पूर्ण क्षमता हासिल करने का मौका मिलता है बल्कि इससे संगठन को भी अपनी उत्पादकता और प्रतियोगात्मक भावना बढ़ाने में मदद मिलती है। तेज़ी से बदलते हुए व्यावसायिक परिवेश में मार्गदर्शन के माध्यम से कर्मचारियों को अपने कौशलों को निखारने और उन्हें परिवेश के अनुरूप ढालने में मदद मिलती है। मार्गदर्शन का अर्थ है प्रोत्साहित करना, आमने-सामने की बातचीत करना, चुनौती देना, प्रश्न करना और इन सबके साथ ही प्रशिक्षणार्थियों को उनके विकास व लक्ष्यों की पूर्ति के लिए सम्मान देते हुए, उनकी सहायता करना। इस पाठ्यक्रम में आपको उन कौशलों से परिचित कराया जा रहा है जिनकी एक सफल मार्गदर्शक बनने के लिए आपको आवश्यकता है। इन कौशलों में शामिल हैं श्रवण एवं पर्यवेक्षण, फ़ीडबैक देना, प्रश्न पूछना एवं लक्ष्य-निर्धारण। इसके अंतर्गत यह पहचान करना भी शामिल है कि किसी खास व्यक्ति या स्थिति के हिसाब से कौन-सी मार्गदर्शन भूमिका सबसे उपयुक्त है। पाठ्यक्रम में उन लोगों को भी मार्गदर्शन से परिचित कराने के महत्व के बारे में बताया गया है, जिन्हें आपकी समझ से इसकी आवश्यकता है।

लक्षित दर्शक
वे मैनेजर, जो अपने व्यावसायिक मार्गदर्शन कौशलों का विकास करना चाहते हैं

अपेक्षित अवधि (hours)
1.0

अध्याय उद्देश्य

व्यावसायिक मार्गदर्शन: मार्गदर्शन के लिए तैयार होना

  • किसी मार्गदर्शक की सफलता हेतु आवश्यक कौशलों को दर्शाने वाले कार्यकलापों के उदाहरण पहचानें।
  • यह पहचानें कि किसी व्यक्ति विशेष के लिए कौन-सी मार्गदर्शन-भूमिका सबसे ज़्यादा उपयुक्त है
  • यह पहचानें कि मार्गदर्शन की आवश्यकता को प्रभावी ढंग से कैसे समझाएं
  • पाठ्यक्रम संख्या:
    mgmt_14_a01_bs_hi